झारखंड के सिमडेगा जिले के कैरबेड़ा गांव के लोग मजबूरी में इसी लकड़ी के सहारे नदी पार करते है।कैरबेड़ा गांव आज भी विकास से कोसों दूर है।गांव बरसात के दिनों में टापू बन जाता है,जहां पहुंचने का एकमात्र साधन एक अस्थायी लकड़ी का पुल है।किसी आपातकालीन स्थिति में मरीजों को खटिया पर ढोना पड़ता है क्योंकि गांव तक चारपहिया वाहन नहीं पहुंच पाता।